Follow us on Facebook

मेरे पाठकों के लिए मेरा संदेश, दोस्तों इस ब्लॉग की सभी कविता, शायरी मेरी खुद की रचना है और यदि आप मेरे ब्लॉग "बेटी शायरी "पर लिखी गई कविता या शायरी किसी और ब्लॉग पर पढ़ते हैं तो वह मात्र एक कॉपी पेस्ट ही होगा । मैं सभी ब्लॉगर से आग्रह करता हूँ कि यदि वह कॉपी पेस्ट करते हैं तो साथ में मूल रचनाकार का नाम लिखें मेरा नाम लिखें और यदि नहीं लिख सकते तो कृपया करके कॉपी पेस्ट ना करें। This Blog is Written by Dharmender Kumar धन्यवाद !

बिटिया मुझको पापा पापा कहती है।


बिटिया मुझको पापा पापा कहती है।

चिड़ियों की वो मधुर आवाज़ भी तब फीकी पड़ने लगती है,
सुबह-सुबह जब बिटिया मुझको पापा पापा कहती है।

उठाकर उसको अपनी गोदी में तब, सीने से मैं लगा लेता हूं,
इस थोड़े से पल में दोस्तों, सारे जहाँ की खुशियाँ पा लेता हूं।

सुबह-सुबह जब बिटिया मुझको पापा पापा कहती है।
फिर मेरी आँखों में आँखे डाल वो, पापा, गान - गाना कहती है।

सॉन्ग प्ले करता हूं तब वो, छम-छम करने लगती है।
सुबह-सुबह जब बिटिया मुझको पापा पापा कहती है।

सभी देख उसके नृत्य को तब, फूले नहीं समाते हैं,
टीवी से सबका ध्यान हटा वो अपने ऊपर कर लेती है।

सुबह-सुबह जब बिटिया मुझको पापा पापा कहती है।
नहा-धोकर, आँखों में काजल और बालो में क्लिप जब लगा लेती है

दादु का अपने हाथ पकड़ फिर बाहर-बाहर करती है।
सुबह-सुबह जब बिटिया मुझको पापा पापा कहती है।

उसकी खुशियों के सिवा अब धर्मेन्द्रकुछ नहीं सूझता है,
बेटी की चमकती आँखों में मुझे मेरी दुनिया दिखती है,
सुबह-सुबह जब बिटिया मुझको पापा पापा कहती है।

चिड़ियों की वो मधुर आवाज़ भी तब फीकी पड़ने लगती है,
सुबह-सुबह जब बिटिया मुझको पापा पापा कहती है।

                                                                     

सुबह-सुबह जब बिटिया मुझको पापा पापा कहती है!!!!!   

By D.Kumar

एक टिप्पणी भेजें

1 टिप्पणियाँ

Featured post

मेरी बेटी

नमस्कार दोस्तों , आज मेरे जीवन में  ( 28  सितम्बर  2015)  एक फूल सी बच्ची का आगमन हुआ है जिसका नाम   मैंने   " शिवांगी"   रखा ह...