#पुलवामा_में_धोखे_से_मारे_गए_ शहीदों #को_श्रद्धांजलि
written by D_Kumar
एक बार फिर अपनी जान दे गए,
देशवासियों को वो हँसता हुआ हिंदुस्तान दे गए।
मुश्किल कितनी भी आये डटा रहता है वो,
सरहद की सीमाओं पर खड़ा रहता है वो,
अब वहां न रहने का वो पैगाम दे गए,
देशवासियों को वो हँसता हुआ हिंदुस्तान दे गए।
ऐ आतंकी तेरा कोई ईमान धर्म है कि नही,
पीठ पीछे वार करता है शर्म है कि नही,
धोखे से तुम अपनी साजिशों को अंजाम दे गए,
देशवासियों को वो हंसता हुआ हिंदुस्तान दे गए।
घरों में अपने जश्न मनाते, हंसते हैं हम,
सैनिक है सीमा पर तभी तो गहरी नींद सोते हैं हम,
हमारे हिस्से की गोलियां वो अपने सीने पर ले गए,
देशवासियों को वो हंसता हुआ हिंदुस्तान दे गए।
किसी ने पिता, किसी ने बेटा तो किसी ने सुहाग खोया है,
आज उनकी शहादत पर पूरा हिंदुस्तान रोया है,
लिपटकर तिरंगे में वो तिरंगे की शान दे गए,
देशवासियों को वो हंसता हुआ हिंदुस्तान दे गए।
नमन है उनको जो देश से प्यार करते हैं
नमन है उनको जो देश के लिए मरते हैं,
नमन है उनको जो अपना खून बहाकर हमें जीवनदान दे गए,
देशवासियों को वो हंसता हुआ हिंदुस्तान दे गए।
एक बार फिर अपनी जान दे गए,
देशवासियों को वो हँसता हुआ हिंदुस्तान दे गए,
देशवासियों को वो हँसता हुआ हिंदुस्तान दे गए।
#आपका_बलिदान_यूं_व्यर्थ_नही_जा एगा,
#आपके_साथ_पूरा_हिंदुस्तान_आएगा , #लेंगे_बदला_हम_इस_कदर_शहीदों_ का_कि #किसी_आतंकी_के_हिस्से_में_ना_ ही_मिट्टी #और_ना_ही_आसमान_आएगा।
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