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मेरे लिए, मेरी बेटी ही मेरा गुरुर है
















दुनिया बेटे के नशे में चूर है
मेरे लिए मेरी बेटी ही मेरा गुरुर है,

उसके बगैर दुनिया का मेला नही होता,
मैं जहां भी रहूँ अकेला नही होता,
मेरी छोटी सी ज़िन्दगी में वो खुशी भरपूर है,
मेरे लिए, मेरी बेटी ही मेरा गुरुर है।

चाँद सितारों में क्या मिलेगा,
स्वर्ग के गलियारों में क्या मिलेगा
मेरी बेटी के चेहरे पर जो खिलता हुआ नूर है,
मेरे लिए, मेरी बेटी ही मेरा गुरुर है।

संग उसका है तो हर बला टल जाएगी
मेरी किस्मत एक दिन बदल जाएगी,
उसका हाथ मेरे हाथों में, गम फिर कोसों दूर है,
मेरे लिए, मेरी बेटी ही मेरा गुरुर है। 

आसमान बनकर वो मेरे संग चलती है
सुबह से शाम कानों में उसकी आवाज गूंजती है
जो दिन भर मुझ पर छाया रहे वो उसी का सुरूर है
मेरे लिए, मेरी बेटी ही मेरा गुरुर है।

दुनिया बेटे के नशे में चूर है
मेरे लिए, मेरी बेटी ही मेरा गुरुर है,
मेरे लिए, मेरी बेटी ही मेरा गुरुर है।

Written by D.Kumar, 
Love you my Life Ummmahhh.


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