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अरे नोटबंदी ये तेरी कैसी माया !!!!




















अरे नोटबंदी ये तेरी कैसी माया ।।

घर में कहीं सुख तो कहीं दुःख समाया,
अरे नोटबंदी ये तेरी कैसी माया।

ऐलान हुआ जब तेरा पूरा देश घबराया था,
चेहरा कोई खिला हुआ तो कोई मायूस हो आया था,
मान न मान पर तूने ही तो, सबके चेहरे का रंग उड़ाया,
अरे नोटबंदी ये तेरी कैसी माया।

कालाधन रखने वालों की मानो, जैसे शामत आई हो,

एक तरफ श्री मोदी जी तो दूसरी तरफ खाई हो,
तेरी घोषणा होते ही, कालेधन वालों ने चक्कर खाया,
अरे नोटबंदी ये तेरी कैसी माया।

किसी के खून-पसीने की नहीं ये तो पाप की कमाई है,
इसिलिए तो ये कचरे के ढेर में, तो कहीं पानी में बहती पाई है,
कालेधन का दोस्तों काल हूं मैं, श्री मोदी ने फरमाया
अरे नोटबंदी ये तेरी कैसी माया।

हर शख्स मजबूर था लाईन में खड़े रहने को,

सुबह से शाम भूखा प्यासा वहीं तड़पने को,
किसी को ज़िंदा रखा तूने तो किसी को मार गिराया,
अरे नोटबंदी ये तेरी कैसी माया।

थोड़ी तकलीफ हुई जनता को ये उनकी किस्मत में था
तुझे बंद करने का फैसला, देशवासियों के हित में था,
उज्जवल होगा भविष्य भारत का, वो देखो सुनहरा कल आया,
अरे नोटबंदी ये तेरी कैसी माया।

आतंकवाद की टूटेगी कमर, श्री मोदी ने कहा था,
इसिलिए तो पूरा देश उनके संग खड़ा था,
खुशनसीब है तूं जो तूने देश का साथ पाया,
अरे नोटबंदी ये तेरी कैसी माया।

फिर से एक बार झूम उठे भारत माता की आत्मा
इसलिए मकसद था तेरा भ्रष्टाचारियों, आतंकवादियों और नक्सलियों का खात्मा,
लगभग खत्म हुआ ये सब और तूने अपना वादा निभाया,
अरे नोटबंदी ये तेरी कैसी माया।

लक्ष्य तेरा बस एक था, भारत का दुनिया में नाम हो,
चढ़ता ही जाए इसका सूरज फिर न इसकी शाम हो,
मिला देश का साथ तुझको और तूने अपना लक्ष्य पाया
अरे नोटबंदी ये तेरी कैसी माया।

घर में कहीं सुख तो कहीं दुःख समाया,

अरे नोटबंदी ये तेरी कैसी माया,
अरे नोटबंदी ये तेरी कैसी माया।

Written by (धर्मेन्द्र कुमार)

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