मैं अपनी खुशियों से आपका परिचय करवाता हूँ,
आईए दोस्तों, अपनी दो साल की बेटी से मिलवाता हूँ,
दिन-भर घूमे इधर-उधर वो,
नींद कुम्भकरण सी सोती है,
आओ मैं आपको उसकी दिनचर्या बताता हूँ,
आईए दोस्तों, अपनी दो साल की बेटी से मिलवाता हूँ।
दो वर्ष की है कहने भर को,
लगती जादू की छड़ी जैसी,
आओ मैं आप सब को उसका जादू दिखाता हूँ,
आईए दोस्तों, अपनी दो साल की बेटी से मिलवाता हूँ।
नटखट है बड़ी चंचल है,
मुख पर चाँद सी सुंदरता,
आओ मैं उसके चेहरे में आपको चाँद दिखाता हूँ,
आईए दोस्तों, अपनी दो साल की बेटी से मिलवाता हूँ।
खिलखिलाकर वो जो हँस दे एक बार,
तो मुरझाया फूल भी खिल जाए,
आओ मैं आपको उसकी हँसी दिखाता हूँ,
आईए दोस्तों, अपनी दो साल की बेटी से मिलवाता हूँ।
मेरी बेटी से है दुनिया मेरी,
मेरी बेटी से ही संसार है,
आओ मैं आपको, अपनी छोटी सी दुनिया दिखाता हूँ,
आईए दोस्तों, अपनी दो साल की बेटी से मिलवाता हूँ।
मैं अपनी खुशियों से आपका परिचय करवाता हूँ,
आईए दोस्तों, अपनी दो साल की बेटी से मिलवाता हूँ,
by d.kumar
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