***Beti Shayri***
मेरी शक्ति है वो, मेरा बल है,
बेटी मेरा आज और बेटी ही कल है,
मेरा इश्क़ बेशुमार है उससे,
क्या बताऊँ कितना प्यार है उससे,
मेरी ज़िंदगी वो, मेरा सनम है,
बेटी मेरा आज और बेटी ही कल है।
लोग पूछते हैं बेटी के नैन नक्श कैसे हैं,
मैं कहता हूँ हूबहू मेरे जैसे हैं,
रब ने बनाया है उसे, वो मेरी नकल है,
बेटी मेरा आज और बेटी ही कल है।
एक दूजे के लिये ही जिया करती है,
मेरी शायरी वो, मेरी गज़ल है,
बेटी मेरा आज और बेटी ही कल है।
उसे मेरा और मुझे उसका सहारा है,
मिलकर हमें उन बादलों तक जाना है,
उसकी डोर हूँ मैं, वो मेरी पतंग है,
बेटी मेरा आज और बेटी ही कल है।
खुशियों की जैसे झड़ी लगा दी है,
उसकी मौजूदगी ने मेरी दुनिया महका दी है,
मेरा गुलिस्तां, वो मेरा चमन है,
बेटी मेरा आज और बेटी ही कल है।
हंसता हुआ चेहरा मेरा मुरझा सा जाता है,
वो उदास हो तो दिल सहम सा
जाता है,
वो हँसी मेरी और वो ही दर्द है,
बेटी मेरा आज और बेटी ही कल है,
Written by D.Kumar
Love you my life ummmmaaaa
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