तेरे बिना ऐ बेटी मेरी, मैं सच में आधा-आधा हूं,
तू है मेरी पतंग प्यारी और मैं उसका धागा हूं।
मेरी पतंग से मेरा रिश्ता ऐसा, नहीं दुनिया के किसी कोने में
मैं दिल हूं तो वो धड़कन बनकर धड़कती है मेरे सीने में,
वो है मेरा लल्ला दोस्तों, मैं उसका नन्दबाबा हूं।
तू है मेरी पतंग प्यारी और मैं उसका धागा हूं।
जा उस गगन को छू ले तू,
चांद सितारों से मिल ले तू
हमेशा तेरे साथ हूं मैं, तेरी राह में नहीं मैं बाधा हूं,
तू है मेरी पतंग प्यारी और मैं उसका धागा हूं।
जीवन का असली रंग तेरी प्यारी प्यारी बातों में हैं,
घबराने की ज़रुरत नहीं तुझको तेरी डोर मेरे हाथों में हैं।
रखना भरोसा मुझ पर तू मैं पक्का वाला मांझा हूं,
तू है मेरी पतंग प्यारी और मैं उसका धागा हूं।
ये दुनिया एक सपनों का जहां हैं
मैं तुझसे तू मुझसे अलग कहां है,
सो रहा था अब तक, तेरी आहट से मैं जागा हूं
तू है मेरी पतंग प्यारी और मैं उसका धागा हूं।
तेरे बिना ऐ बेटी मेरी, मैं सच में आधा-आधा हूं,
तू है मेरी पतंग प्यारी और मैं उसका धागा हूं ।
Written by D_Kumar
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