कहना तो बहुत कुछ है तुझसे पर कह नहीं पाता हूं,
रहना
चाहता हूं तुझ बिन पर रह नहीं पाता हूं।
तेरी
यादों ने कुछ इस कदर घेरा है मुझे,
दूर
तुझसे होना भी चाहूं तो हो नहीं पाता हूं।
तू
जो पास हो तो सांसे खुलकर आती हैं,
जो
तू ना हो पास मेरे,
तो सांसे ले नहीं पाता हूं।
वो
कहते हैं मुझसे बात न करके खुश हैं वो,
लेकिन
मेरा क्या मैं तो ठीक से हंस भी नहीं पाता हूं।
बहुत
कोशिश की मैंने उससे दूर रहने की,
लेकिन
मैं दिल को समझा नहीं पाता हूं।
क्योंकि, अच्छा
लगता है तेरा दीदार करना,
तेरे
साथ हंसना,
तुझसे बातें करना,
तेरे
साथ बिताया कोई भी पल मैं भूल नहीं पाता हूं,
रहना
चाहता हूं तुझ बिन पर रह नहीं पाता हूं।
कहना
तो बहुत कुछ है तुझसे पर कह नहीं पाता हूं,
रहना
चाहता हूं तुझ बिन पर रह नहीं पाता हूं।
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