इस
देश से गंदगी का नाम–ओ–निशान मिटाना है,
इसीलिए
एक दिन नहीं हमें, प्रतिदिन स्वच्छता पखवाड़ा मनाना
है।
जब
स्वच्छ होगा वातावरण
तभी
तो सुधरेगा ये जीवन
गली
गली होगी हरियाली
कहीं
नहीं होगी बीमारी
डेंगू
चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बीमारी को मार भगाना है,
इसीलिए
एक दिन नहीं हमें, प्रतिदिन स्वच्छता पखवाड़ा मनाना है।
पहले
गली मोहल्ले से फिर सड़कों से शुरुआत करें,
रखें
साफ सफाई इनकी और स्वच्छता पर बात करें,
बैनर-होर्डिंग
का सहारा लेकर,
सड़कों
का किनारा लेकर,
बनें
जागरूक खुद भी हम और औरों को भी बनाना है,
इसीलिए
एक दिन नहीं हमें, प्रतिदिन स्वच्छता पखवाड़ा मनाना है।
स्वच्छता
देश की इन छोटी छोटी बातों में है,
ज्यादा
कुछ नहीं पर इतना तो अपने हाथों में है कि
कूड़ा
कूड़ेदान में डालें, जगह जगह थूके नहीं,
मिले
मौका यदि साफ सफाई का तो हम कभी चुके नहीं,
अमल
कर ऐसी बातों पर भारत को स्वच्छ बनाना है,
इसीलिए
एक दिन नहीं हमें, प्रतिदिन स्वच्छता पखवाड़ा मनाना है।
इंसान
की ख़्वाहिश है शुद्ध हवा पाने की,
तो
इसके लिए जरूरत है कुछ कर दिखाने की,
पेड़ों
को काटने से बचाएं हम,
जगह
जगह वृक्षारोपण करते जाएँ हम,
कुछ
इस तरह से हमें अपनी प्रकृति को बचाना है,
इसीलिए
एक दिन नहीं हमें, प्रतिदिन स्वच्छता पखवाड़ा मनाना है।
आओ
कुछ ऐसा काम करें,
भारत
का जग में नाम करें,
विदेशी
जब भी उतरें इस धरती पर,
इसकी
स्वच्छता देख प्रणाम करें,
हमारे
लिए कुछ भी कठिन नहीं, दुनिया को ये बताना है,
इसीलिए
एक दिन नहीं हमें, प्रतिदिन स्वच्छता पखवाड़ा मनाना
है।
इस
देश से गंदगी का नाम–ओ–निशान मिटाना है,
इसीलिए
एक दिन नहीं हमें, प्रतिदिन स्वच्छता पखवाड़ा मनाना
है।
Written by D.Kumar
Swacchta Pakhwada in Office
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