***Beti Shayri*
आंखों में आंसू दिल में खुशी होगी,
मेरी बेटी जब घर से विदा होगी।
मेरे दिन की शुरुआत उसकी सूरत से होती है,
जब तक उसे न देखूं मेरी सुबह कहां होती है,
जिसके बिन एक पल नहीं कटता,
क्या होगा,
जब हर पल के लिए जुदा होगी,
मेरी बेटी जब घर से विदा होगी।
गुज़रता हुआ हर लमहा ठहर जाता है,
जख्म कैसा भी हो, उसकी मीठी बातों से भर जाता है,
जिसकी बोली हर दर्द पर मरहम है,
क्या होगा,
जब मेरे पास न ये दवा होगी,
मेरी बेटी जब घर से विदा होगी।
समुद्र के तूफान में, नौका है वो,
धोखे से भरी जिंदगी में, भरोसा है वो,
जिससे हर आस मेरी,
क्या होगा,
जब मेरे पास न ये वफा होगी,
मेरी बेटी जब घर से विदा होगी।
मेरी खुशहाल जिंदगी का वो ही हिस्सा है,
उससे रुठना –
मनाना हर पल का किस्सा है,
उसके रुठने से ही प्यार मेरा
क्या होगा,
जब वो कभी न मुझसे खफा होगी।
मेरी बेटी जब घर से विदा होगी।
आस-पास और चारों दिशा से होंगे,
उसकी जिंदगी में रंग खुशियों के होंगे,
दामन सुखों से भरा रहेगा,
क्योंकि, उस रब की बेटी पर कृपा होगी
मेरी बेटी जब घर से विदा होगी।
आंखों में आंसू दिल में खुशी होगी,
मेरी बेटी जब घर से विदा होगी।
Written by
D.Kumar
Love you my
life ummmmaaa.
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