#ये_बेटियाँ_सच_में_परी_होती_हैं
Written by #D_Kumar
जब वो जन्म लेती है तो बंजर धरती भी हरी होती है,
ये बेटियाँ सच में परी होती हैं।
इनके आने से ही खुलता है खुशियों का पिटारा,
ये हैं तो महक उठता है जीवन सारा,
मानो या न मानो ये जादू की छड़ी होती हैं,
ये बेटियाँ सच में परी होती हैं।
रिश्ते गहरे होते हैं इनके, आंगन की दीवारों से
हंसते खेलते गुजर जाते हैं बचपन के गलियारों से,
देखते ही देखते जाने कब ये बड़ी होती हैं,
ये बेटियाँ सच में परी होती हैं।
राह कितनी भी मुश्किल हो वो चलती जाती है
पूरे घर की जिम्मेदारी अपने कंधों पे उठाती है
कहने को है बेटी पर वो बेटा बनकर खड़ी होती है,
ये बेटियाँ सच में परी होती हैं।
वो एक शख्स की जान कहलाती है,
अपने पिता का मान और सम्मान कहलाती है,
ये अपने पापा की राजकुमारी होती है,
ये बेटियाँ सच में परी होती हैं।
क्यूं इनको बोझ समझते हैं हम, दुनिया में इनकी शान बहुत है,
आसमान में उड़ने का इनका भी अरमान बहुत है
फैलाने दो पंख इन्हें, इनमे हौसलों की न कमी होती है,
ये बेटियाँ सच में परी होती हैं।
जब वो जन्म लेती है तो बंजर धरती भी हरी होती है,
ये बेटियाँ सच में परी होती हैं।
ये बेटियाँ सच में परी होती हैं।
Written by D_Kumar
Love you so much my dear daughter
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